Mihály Csíkszentmihályi Google Doodle: गूगल आज हंगेरियन-अमेरिकी मनोवैज्ञानिक मिहालीसिक्सजेंट मिहाली का डूडल बनाकर 89वां जन्मदिन मना रहा है. मिहाली ने खुशी और रचनात्मकता का वैज्ञानिक अध्ययन करने के साथ-साथ “प्रवाह” शब्द को भी गढ़ा है.
गढ़ा से तात्पर्य किसी गतिविधि में खुद को पूरी तरह से अवशोषित करने की मानसिक स्थिति होती है. ये कल्याण की ऐसी स्थिति है जो आनंद और संतुष्टि की विशेषता हो दर्शाता है.
द्वितीय विश्व में किया आर्थिक मंदी का सामना
Mihály Csíkszentmihályi का जन्म 29 सितम्बर 1934 में फ्यूम (उस समय इंपीरियल इटली का हिस्सा) में हुआ था. सन 1939-1945 के दौरान द्वितीय विश्व युद्ध के से आई आर्थिक मंदी के चलते उनका परिवार आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहा था. इसके परिणाम स्वरुप, Csíkszentmihályi ने अपने परिवार की सहायता के लिए स्कूल जाना छोड़ दिया.
उस समय युद्ध के दौरान सीसिक्सजेंट मिहाली ने काफी मुसीबतों का सामना किया था. इस स्थिति ने उन्हें खुशी के विज्ञान को समझने के लिए प्रेरित किया. इसकी खोज के समय उन्होंने दर्शन, कला और धर्म की ओर अग्रसर किया. इस अन्वेषण के दौरान उनकी नज़र कार्ल जंग के एक व्याख्यान पर पड़ी थी.
इस व्याख्यान में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोपीय लोगों की मानसिक स्थिति के बारे में कहा गया था. इसमें इस बात का भी जिक्र है कि कैसे उनकी मानसिक स्थिति ने उन्हें आकाश में UFO देखे जाने का कारण बना दिया. बस यही दिलचस्प अध्ययन उन्हें मनोविज्ञान की ओर खींचकर ले गया.
मिहाली महज 22 वर्ष की उम्र में शिकागो विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान का अध्ययन करने अमेरिका चले गए. उन्होंने 1965 में सकारात्मक विकासात्मक मनोविज्ञान में पीएचडी के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी.
“फ़्लो पुस्तक का 20 से ज्यादा भाषाओं में अनुवाद
मिहाली Csíkszentmihályi की प्रसिद्द पुस्तक “फ़्लो: द साइकोलॉजी ऑफ़ ऑप्टिमल एक्सपीरियंस” सन 1990 में प्रकाशित हुई थी. सबसे खास बात उस समय इस किताब का 20 से ज्यादा भाषाओं में अनुवाद किया गया था. व्यापारिक लोगों, नेताओं, राष्ट्रपतियों और खेल प्रशिक्षकों ने इस उत्पादकता और कल्याण की प्रकृति में इसकी वैज्ञानिक अंतर्दृष्टि की काफी प्रशंसा की थी.
Mihály Csíkszentmihályi की प्रसिद्दी और पुरस्कार
समय बीतने के साथ Csíkszentmihályi क्लेरमोंट ग्रेजुएट यूनिवर्सिटी में मनोविज्ञान और प्रबंधन के प्रोफेसर पद पर कार्य करने लगे. उन्होंने क्वालिटी ऑफ लाइफ रिसर्च सेंटर की स्थापना की और सह-निर्देशन भी किया. इतना ही नहीं, वे अमेरिकन एकेडमी ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज के फेलो भी रहे और उन्होंने कई नामी पुरस्कार जैसे क्लिफ्टन स्ट्रेंथ्स पुरस्कार और स्ज़ेचेनी पुरस्कार प्राप्त किए.
Happy 89th birthday, Mihály Csíkszentmihályi
अजब-गजब जगत (Amazing Facts) की ऐसी ख़ास खबरों को प्राफ्त करने के लिए आप हमारी वेबसाइट फ्रीकी फंटूश का फेसबुक पेज लाइक करें और सोशल मीडिया पर हमें फॉलो करें. समय-समय पर प्रकाशित लेख के Notification आपको अपने मोबाइल पर मिलते रहेंगे.
यह भी पढ़ें
Viral Video: मांग भरते समय दूल्हे ने किया ऐसा काम, इंटरनेट पर छा गया वीडियो
Dog riding on Buffalo Video: कुत्ते ने ऐसे की भैंस की सवारी, मानो राजा अपनी प्रजा को देखने जा रहा हो!
Indore के इस मंदिर में पुरुषों का प्रवेश निषेध! जाने से पहले जान लें ये नियम