Life living poetry in Hindi
खुदी से एक जंग का ऐलान है ज़िन्दगी,
कदम दर कदम एक इम्तहान है ज़िन्दगी.
चिलमन से बाहर झांको तो जहान है जिंदगी,
चार दिवारी में तन्हा शमशानहै ज़िन्दगी.
कभी भरी महफ़िल में सुनसान है ज़िन्दगी,
और कभी विरानो में जश्नों–जान है ज़िन्दगी.
किसी से फ़कत उम्मीदों का अरमान है ज़िन्दगी,
तो किसी से फ़कत रुसवाई का फ़रमान है जिन्दगी.
कहीं चिरागों के ग़र्दिशमें शशि–सी शान है ज़िन्दगी,
तो कहीं पलकों पे करवट लेती ख़्वाबों की खान है ज़िन्दगी.
रब का एक अनौखा और अतुल्य वरदान है ज़िन्दगी,
जो भी है,जैसी भी है, मेरी पहचान है ज़िन्दगी….