Love Affair Poetry in Hindi
समंद्दर है गहरा,साहिलों पे है पहरा
लहरों से अल्फाज़े शिकायत क्या करें
जब कश्ती ने बिच भंवर में साथ छोड़ दिया मेरा ,,,,,,अरुण “अज्ञात”
समंद्दर है गहरा,साहिलों पे है पहरा
लहरों से अल्फाज़े शिकायत क्या करें
जब कश्ती ने बिच भंवर में साथ छोड़ दिया मेरा ,,,,,,अरुण “अज्ञात”