Ramadan Eid poem: आपको मुबारक हो माहे-रमजान
Ramadan Eid poem in hindi मेरी अजीज़ अम्मी, मेरे अजीज़ अब्बूजान मेरी प्यारी आपा, मेरे प्यारे भाईजान तुम सब को मुबारक हो माहे-रमजान… तुम सब को मुबारक हो माहे-रमजान…| निगाहों को था जिसका बेसब्री से इंतज़ार माहे-रमजान के लिए हर शख्स था बेकरार लो आसमां में निकला चाँद, हो गए दीदार | तुम सब…