Nirmala Sitaram : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर ‘वाम-उदारवादी’ लॉबी की चुप्पी पर सवाल उठाया। यह कहते हुए कि महाराष्ट्र सरकार आपातकाल की पुनरावृत्ति का इंजीनियरिंग कर रही थी, उसने कहा कि विदेश में कई मीडिया आउटलेट्स ने राज्य सरकार के हमले को नजरअंदाज कर दिया। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक दशक से अधिक समय तक की गई गाली के बावजूद कांग्रेस ने इस अवसर पर जो कुछ भी किया है, उसकी तुलना में भाजपा ने दूर से कुछ भी नहीं किया है।
निर्मला सीतारमण ( Nirmala Sitaram ) ने कहा कि एक स्व-निर्मित पत्रकार का लगातार उत्पीड़न उसके लिए नापसंद होने के बावजूद अस्वीकार्य है। उनके अनुसार, अर्नब को गिरफ्तार करने के लिए सशस्त्र पुलिस भेजकर महाराष्ट्र सरकार की ओर से असुरक्षा की भावना पैदा की गई। कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कि वह महागठबंधन सरकार का हिस्सा है, उसने पूछा कि क्या सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने इस तामसिक कार्रवाई को मंजूरी दी जिसमें अर्नब के बेटे के साथ मारपीट की गई थी।
Is the #MVA government in Maharashtra replaying #IndiraGandhi’s Emergency? Where are self-appointed guardians of #FoE in this #ArnabGoswami episode, which goes above & beyond ideological/political differences with a fellow journalist? No media ‘guilds’/Associations/Unions today?
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) November 4, 2020