Best Mother’s womb Poetry: अच्छा लगता था माँ की कोख में
Mother's womb Poetry आँखे खुलते मैंने ये क्या देखा--- कोई डूबा हुआ है शौक में, कोई रो रहा है रोग में, कोई भोंक रहा है…
Mother's womb Poetry आँखे खुलते मैंने ये क्या देखा--- कोई डूबा हुआ है शौक में, कोई रो रहा है रोग में, कोई भोंक रहा है…
Lucky Donkey Poem in Hindi One day I saw a... गधा, He was fully wood... से लदा, I found very... विचित्र, When I saw this... चित्र, My heart…
Sun Rise Poetry in Hindi सिसकती साँसों से पूछो, वक्त का पहरा क्या है ? रजनी लपेटे सफेदी में, शशि में इतना, गहरा क्या है?…
Funny Buffalo Poetry in…
JNV school life दौर-ऐ-जहाँ की यादें बेशुमार, ख़्याल-ऐ-शान में है, गुज़रा हुआ एक-एक लम्हा, गुरुकुल का ध्यान में है | उस…
Ghalib Poetry in Hindi ऐ ग़ालिब तेरे शहर में ये कैसी गरमी है कहीं इंसानियत पे अत्याचार तो कहीं हेवानियत और बेशर्मी है. किसे बयां…
Desi Hot Poetry in Hindi एक दिन परछाइयां जरुर बोलेगी, अनल बर्फ के आंसू जरुर घोलेगी, समीर को न गिला न शिकवा होगा, ना बदरिया…