Categories PoetryBest Mother’s womb Poetry: अच्छा लगता था माँ की कोख मेंMother’s womb Poetry आँखे खुलते मैंने ये क्या देखा— कोई डूबा हुआ है शौक में, कोई रो रहा है रोग में, कोई भोंक रहा है… August 11, 2022August 11, 2022