Painful Poetry: जाने क्यूँ ये दर्द,मीठा-मीठा-सा लगता है
Painful Poetry in Hindi जाने क्यूँ ये दर्द, मीठा-मीठा -सा लगता है हर ज़ख्म पर कोई, मिश्री घोल रहा हो जैसे अपने ही आंसुओं पर, दरिया बन गई है ये…
Freaky Funtoosh | Entertainment News And Visual Stories
Flavored Infotainment
Painful Poetry in Hindi जाने क्यूँ ये दर्द, मीठा-मीठा -सा लगता है हर ज़ख्म पर कोई, मिश्री घोल रहा हो जैसे अपने ही आंसुओं पर, दरिया बन गई है ये…