Drought in India Poetry: कहाँ जाकर प्यास बुझाऊ मै
Drought in India Poetry लेकर अपने सूखे कंठ को किस दरिया किनारे जाऊं मै, सूखे-सूखे इन होठों को बताओ, कहाँ जाकर तरबतर कर आऊं मै…
Drought in India Poetry लेकर अपने सूखे कंठ को किस दरिया किनारे जाऊं मै, सूखे-सूखे इन होठों को बताओ, कहाँ जाकर तरबतर कर आऊं मै…