Categories PoetryPainful Poetry: जाने क्यूँ ये दर्द,मीठा-मीठा-सा लगता हैPainful Poetry in Hindi जाने क्यूँ ये दर्द, मीठा-मीठा -सा लगता है हर ज़ख्म पर कोई, मिश्री घोल रहा हो जैसे अपने ही आंसुओं पर,… August 10, 2022August 10, 2022
Categories PoetryGoogle Search Poetry: मेरी जान-सर्च इंजनGoogle Search Poetry in Hindi यु ट्यूब में नहाकर आई हो, या देसी ठर्रा पीकर आई हो, गूगल गम खाकर आई हो, या कोलावेरी डी… August 10, 2022August 10, 2022
Categories PoetryDeep Love Poem: काश, की मेरे सिने में भी दिल होताकाश, की मेरे सिने में भी दिल होता, मेरे ना सही, किसी और के सिने में धड़कता, उसके एहसासों का मनचला मंज़र, यूँ मेरी साँसों… August 10, 2022August 10, 2022