Painful Poetry in Hindi जाने क्यूँ ये दर्द, मीठा-मीठा -सा लगता है हर ज़ख्म पर कोई, मिश्री घोल रहा हो…
Google Search Poetry in Hindi यु ट्यूब में नहाकर आई हो, या देसी ठर्रा पीकर आई हो, गूगल गम खाकर…
काश, की मेरे सिने में भी दिल होता, मेरे ना सही, किसी और के सिने में धड़कता, उसके एहसासों का…