JNV school life
दौर-ऐ-जहाँ की यादें बेशुमार,
ख़्याल-ऐ-शान में है,
गुज़रा हुआ एक-एक लम्हा,
गुरुकुल का ध्यान में है |
उस ज़मीं के ज़र्रे-ज़र्रे को,
कैसे इतिहास मुकरर कर दूँ ,
जिसका मेरी रूह में वात्सल्य वादन,
जो का त्यों