Love Affair Poetry In Hindi – सिसकती साँसों से पूछो,मेरा क्या है? सिसकती साँसों से पूछो, वक्त का पहरा क्या है ? रजनी लपेटे सफेदी में, शशि में इतना, गहरा क्या है? है भान नभ के, भानु प्रताप को, लबों पे लालिमा लिए, सवेरा क्या है? क्यूँ गुलशन करता, नाज इतना शुलों पे,…
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Love Poetry in Hindi: पलकों पे बिठा लूँ तुमको
Love Poetry in Hindi पलकों पे बिठा लूँ तुमको आंखों में बसा लूँ तुमको कोई ख्वाब बना लूँ तुमको ज़रा नज़रों से नजरें तो मिलाओ कि जीभर के प्यार कर लूँ तुमको ऐ हसीं नजारों की मलिका आज निगाहों का गुरुर बना लूँ तुमको फिर कोई नज़र ना लगे इस हीरे को की आज नुरे-नज़र…