Hindi Poem: हाय तेरे होठों की लाली
Hindi Poem on Lips And Lipsticks तीर नयन के मारे थे, हम पर कितने किये इशारे थे, कितने तुम्हारे चहिते, कितने तुम्हारे प्यारे थे, उम्र थी वह बाली, हाय ! तेरे होठों की लाली… मन के आँगन में, सपनो के दामन में, खिले-खिले यौवन में, लगती थी शराब की प्याली, हाय ! तेरे होठों…