MGM College Ragging Case: इंदौर एमजीएम मेडिकल कॉलेज में फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स के साथ हुई रैगिंग का मामला सामने आया है. इस रैगिंग मामले में कॉलेज के प्रोफेसर को लेकर भी विचित्र बात सामने आई है. स्टूडेंट्स के अनुसार प्रोफेसर कहते है कि रैगिंग (MGM College Ragging Case) से पर्सनालिटी डेवेलोप होती है.
इंदौर MGM कॉलेज रैगिंग में फ़िलहाल स्थानीय पुलिस इस केस की जांच करने में जुटी है. इंदौर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी इस मामले में लगातार जानकारी प्राफ्त कर रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 27 जुलाई को पुलिस टीम कॉलेज पहुंची थी और पूछताछ की थी. इस मामले में अन्य बिंदुओं पर भी कॉलेज अधिकारीयों से जानकारी मांगी थी। रैगिंग मामले में कॉलेज ने पुलिस को 700 जूनियर डॉक्टर्स की लिस्ट सौंप दी है.
MGM College Ragging Case 98 जूनियर्स को नोटिस
इस सूचि में से पुलिस प्रशासन ने 98 जूनियर्स को नोटिस जारी किए हैं. अगर आपके साथ रैगिंग हुई है, तो थाने आकर अपना बयान दर्ज कराएं, जिससे आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. इंदौर पुलिस को फिलहाल रैगिंग लेने वाले आठ सीनियर स्टूडेंट्स की तलाश है.
जानकारी में स्टूडेंट्स ने बताया कि सीनियर्स अप्राकृतिक सम्बन्ध का दबाव बनाते थे. इस केस में रैगिंग न तो कॉलेज परिसर में हुई है और न ही कॉलेज के मेडिकल होस्टल में. वहीँ, पीड़ित विद्यार्थियों ने शिकायत में बताया था कि सीनियर्स उसे दो-तीन माह से प्रताड़ित कर रहे थे.
खासतौर से शिकायत थी कि वे हमेशा अलग-अलग फ्लैट में उनको बुलाते थे. फिर सीनियर्स अप्राकृतिक कृत्य करने पर दबाव बनाते थे. इनता ही नही, वे पीड़ित स्टूडेंट को उसके दोस्तों के साथ ऐसा करने को मजबूर भी करते थे. इसके साथ ही सीनियर्स पर जूनियर विद्यार्थियों से उठक-बैठक लगवाने का भी आरोप है. वहीँ, कॉलेज प्रोफेसर कहते थे, रैगिंग से पर्सनालिटी डेवलप होती है.
कॉलेज स्टूडेंट ने यह भी लिखा कि शुरुआत में जब उसने कुछ प्रोफेसरों को शिकायत की तो उन्होंने कहा कि रैगिंग से पर्सनालिटी डेवलप होती है. फिलहाल, पुलिस ने 700 जूनियर्स डॉक्टर्स में से 97 जूनियर्स को चिन्हित किया और उन्हें नोटिस जारी किए गए हैं. जिसमे बताया गया कि अगर आपके साथ रैगिंग हुई है तो बयान दर्ज कराए ताकि सीनियर्स की पहचान के साथ उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके.
इस नोटिस में गोपनीयता का भी हवाला दिया गया है. कॉलेज प्रबंधन द्वारा की गई शिकायत, ऑडियो रिकॉर्डिंग, चैटिंग, लोकेशन सहित अन्य एविडेंस के आधार पर पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है. इस रैगिंग केस (MGM College Ragging Case) में साइबर सेल की मदद भी ली जा रही है. लेकिन पीड़ित स्टूडेंट्स का कहना है कि वे आगे आएं. MGM कॉलेज (Mahatma Gandhi Memorial College) में इस मामले को लेकर काफी गरमा-गर्मी का माहौल है. सभी जूनियर डॉक्टर्स पीड़ित स्टूडेंट्स कौन हैं, इसे जानने की कोशिश में लगे हैं. जानकारी में सामने आया कि रैगिंग लेने वाले सीनियर स्टूडेंट्स पीजी के नहीं हैं.
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